Skip to main content

Posts

Showing posts from December, 2019

Rape!what does the law say??

Rape! what does the law say?? ( बलात्कार! क्या कहता है कानून??) नमस्कार आप सभी का इस ब्लॉग में। एक समय था जब महिलाओं को देवी स्वरूप पूजा जाता था,आज अखबार के पन्नों में इज़्ज़त का तार तार होना मानो आम बात हो गई है। यह ब्लॉग एक शर्मनाक कृत्य और उसके लिए दी गयी परिभाषा के विषय में है। जंहा एक ओर देश राम मंदिर, कश्मीर जैसे बड़े मुद्दों पर पार चुका है , निर्भया और न जाने कितनी निर्भयाओं के खून से सनी सड़कें यह ओकात दिखा देती है कि देश में महिला सुरक्षा किस कदर नाज़ुक-ए-सूरतेहाल में है साथ ही यह देश के एक वर्ग की तुच्छ मानसिकता को भी प्रदर्शित करती है। ‛बलात्कार' मात्र शब्द भर किसी की ज़िंदगी और मौत के बीच का फांसला बन जाता है। यदि मुगल काल और मुस्लिम राज्यों में सज़ाओं पर गौर की जाए तो शायद ही कोई ऐसी सज़ा होगी जो इस कूर कृत्य के लिए दी जाए। प्रश्न यह है कि किसी के जीवन की क्या कीमत लगा सकती है न्यायपालिका???? इस विषय पर ज्ञान के लिए आइए जान लें कि कानून के अंतर्गत इसकी परभाषा क्या है। हालांकि इस विषय मे फ़िल्म अभी हाली में बनी भी है। Section 373( सेक्शन375) भारतीय दंड संहित

Dholavira A Mystery

Dholavira A Mystery (धोलावीरा एक रहस्य) स्वागत है आपका इस ब्लॉग में! आज का ब्लॉग पुर्णतः रहस्यात्मक विषय पर बना है । वैसे तो भारत की भूमि अपने भीतर अनेकों रहस्यों को दफनाए हुए है परंतु धोलावीरा भारतीय सभ्यता के उस राज को समेटे हुए है जिससे मानव सभ्यता के विकास को गहराई से समझने में सहायता मिलेगी।तो आइए चलते हैं उस रहस्यात्मक युग में जंहा से इसका उद्भव हुआ। धोलावीरा इस शब्द की उत्पत्ति उस काल में हुई जब सिंधु सभ्यता अपने व्यापारिक सम्बन्धों को मिस्त्र व मैसोपोटामिया से कायम कर रही थी। उनके इस व्यापारिक विस्तार ने इस बात पर मुहर लगा दी थी कि सिंधु घाटी सभ्यता मात्र एक छोटे क्षेत्र में विकसित नही हुई थी। सिंधु सभ्यता के 6 मत्वपूर्ण क्षेत्रों में मोहनजोदड़ो,कालीबंगन,लोथल, हड़प्पा,राखिगढ़ और धोलावीरा  प्रमुुुख थे।  विभाजन के बाद रेडक्लिफ रेखा ने यह प्रमाणित कर दिया कि मोहनजोदड़ो जो एक मुख्य क्षेत्र था पर पाकिस्तान की मुहर लग चुकी है। जिस कारण भारतीय पुरात्तव विभाग से ज्ञान का एक व्यापक संसाधन दूर हो गया। किसी समय में जलमग्न रहा धोलावीरा जब विवर्तनिकी से सामने आया तो पुरात्तव वि

What is totem?????

What is TOTEM? टोटम क्या है? नमस्कार आप सभी का मेरे आज के इस ब्लॉग में। आज का ब्लॉग पिछले ब्लॉग से थोड़ा अलग होने वाला है क्योंकि आज के ब्लॉग में हम आधुनिक समाज में रहने के बावजूद उन लोगो के बारे में थोड़ा जानने का प्रयास करेंगे जो जीवन यापन तो 21वीं सदी में कर रहे हैं परंतु अपने रीतिरिवाजों संस्कृति पर अटूट पकड़ बनाए रहने के कारण हमसे पुर्णतः अलग जीवन व्यतीत करते हैं।  यदि हम मानव सभ्यता के बदलावों के रुख करें तो ज्ञात होता है कि इसका एक बेहद प्राचीन इतिहास रहा है। हमें ज्ञात है कि समाज शब्द का विकास संभवतः 19वीं शताब्दी के बाद ही हुआ है । यदि इस परिप्रेक्ष्य में धर्म की बात की जाए तो धर्म सदा मानव के साथ चलने वाली इकाई राही है। इस कथन को सत्य मानते हुए हम कह सकते हैं कि धर्म उतना ही प्राचीन रहा होगा जितना कि समाज है। सदियों से प्रकृति मानाव की रुचि का मुख्य केंद्र रही है। इन्ही रुचियों के कारण नए विचारों का उद्गम हुआ।  समय के साथ साथ जिस प्रकार समाज में बदलाव आया धर्म भी अपने बदलाव के चरणों से गुजरता गया । यदि गौर की जाए तो धर्म , संस्कृति अपने प्रथम चरण में ही शुद्ध अवस्था में